तेरे प्यार की आरजू में मेरा दिल आज भी दर-ब-दर भटकता है, तुझको तो यह पता भी नहीं कि तेरे दीदार के लिए ही तरसता है। तू सामने आता है तो दिल तुझे ही टकटकी लगाए देखता रहता है, तुझसे नज़रें मिलाना चाहता है मिल जाए तो नजरें चुराने लगता है। चाहत है तू मेरे इस दिल की और बस मेरा दिल तुझको ही चाहता है, बड़ा बद-क़िस्मत दिल है तुझे चाहता है और तुझसे छुपाता रहता है। जो तेरी आँखे बोलती है उनको लबों से बोलने का इंतजार रहता है, जानती हूँ चाहता है तू भी मुझे तभी तेरे इकरार का इंतजार रहता है। तेरे इकरार के इंतजार में ये जिंदगी तमाम ना हो जाए दिल डरता है, किस्मत पर यकीं नहीं है मुझे फिर भी तेरे प्यार का इंतजार करता है।— % & ♥️ Challenge-828 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।