किताब हूं मैं, एक ख़िताब हूं मैं, कहीं राज़ छिपे हैँ तो, कहीं अधूरी ख्वाहिशे, कुछ के दर्द छिपाई हूं तो, कुछ के सपने, कितनों की भविष्य हूं मैं, कितनों की ख्वाब हूं मैं, किताब हूं मैं, एक ख़िताब हूं मैं, मज़िल को पाने की, तालश हूं मैं, जीवन को जितने की, आश हूं मैं, हज़ारों की दरखास्त हूं मैं, तुम्हारी हर जबाब की, सवाल हूं मैं, ढूंढ ना पाओ ऐसी, पहेली हूं मैं, सोच ना पाऊं, ऐसी खोज हूं मैं, किताब हूं मैं, ख़िताब हूं मैं. #wu #writersunplugged