तितलियां मर जाएंगी तो फूलों पर सवाल आयेगा, ये मुहब्बत की अदालत में मुझ पर जवाल आएगा! हो चुका है फैसला तो अब मुकर्रर कर दो, बेड़ियों में दर्द का अब जलाल आएगा! रंजिशें सब ख़त्म हो चुकी हैं जँहा से, अब महज़ मोहब्बत में जीने का मलाल आएगा! वो जो काफ़िर सा परिंदा उड़ रहा है इश्क़ में, जंबा कर दो अगली दफ़ा वो हलाल आएगा! भीगा लो वो रंगी दुपट्टा मेरे लहू में नाज़, मुसाफ़िर के न होने से ही मोहब्बत में जमाल आएगा! जवाल-आफत जलाल-तेज मलाल-पश्चाताप हलाल- धर्म के अनुकूल जमाल-ख़ूबसूरती #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqgazal #yqurdu #yqhindi