क्या मिला तुम्हें हमसे किनारा कर के हम जी रहें हैं जैसै तैसे गुजारा कर के क्यूं अपने अक्ल की नुमाइश करते हो लोग लेते हैं मज़ा ज़िक्र तुम्हारा कर के कलाकारी में दम उस का देखते बनता खुद जहां में छोड़ दिया सितारा कर के बात जो बन नहीं पाई थी इक अरसे से उस ने बनाली सिर्फ इक इशारा कर के आंखें ढूंढती रही है हर तरफ उन्हीं को क्या कर गया वो पल मे हमारा कर के ©श्याम कौशिक #christmascelebration