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White धरती पे कदम बने रहें यूँ चाह नहीं कि आसमान

White धरती पे कदम बने रहें यूँ 
चाह नहीं कि आसमान मिले ,
पर मैं जब वापस आऊँ घर को 
सबके चेहरे पर मुस्कान मिले ।
तुम चिंता क्यूँ करते हो ?
मैं मरा नहीं अभी जिंदा हूँ ,
पर लौटकर घर तो आऊँगा ही 
अभी बेशक एक परिंदा हूँ ।
भाई से बस एक भाई  मिले 
न कि एक मेहमान मिले ।
पर मैं जब वापस आऊँ घर को 
सबके चेहरे पर मुस्कान मिले ।

©दिनेश
  #Hope घर

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