White ऐ ख़ुदा तु है भी की नहीं है कैसे कहूँ की तु कहीं नहीं है..! तुमसे कैसे देखा जाता है यें मैं ज़िंदा हूँ,मेरी धड़कन नहीं है..! बेसबब यादों से घिर गया हूँ यें अब मुझे जीने देती नहीं है..! कैसे कहूँ जी ना पाऊँगा अब जिसके लिये ज़िंदा रहूं, नहीं है..!! ©Shreyansh Gaurav #International_Day_Of_Peace 'दर्द भरी शायरी' शायरी दर्द शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में शायरी लव