ये आवाज़ अब खामोशी बन पसर जायेगी, मेरी यादों को अपने जहन में मत लाना, इस नाकाम शख्स की यादें आपके किसी काम नहीं आयेंगी। ©chauhanpoetryhub #boat #याद #नाकामी #जेहन