प्रेम में जो जीता है सचमुच में वो, अमृत पीता है। प्रेम में जो व्यस्त है सचमुच में वो मस्त है। प्रेम में जो खिला है सचमुच में वो आत्मा से मिला है। प्रेम में जो कंगाल है सचमुच में, वो मालामाल है।