इस जहां में मैंने ऐसा भी होते देखा है। ख़ुशी के दिनों में अपनों को रोते देखा है।। ग़म न कर अपनों के सितम पर कमाल। सितमगिरों को बहुत कुछ खोते देखा है।। ✍️क़ाज़ी अज़मत कमाल #सितमगर