दस्तक देता है दिल पर रह रह कर, इरादा क्या है..? मैं तेरे होने से भी डरता हूँ अब, जाकर भी क्यूँ तू जाता नही मेरे पास से, इरादा क्या है...?? मैं इत्मीनान से रहता हूँ तेरे बगैर भी, मेरा तुझ में मुझसे ज़्यादा क्या है..? हम से हम ही को तोड़ कर पूछते हो हाल हमारा, इरादा क्या है..? मेरे बदन से लिपटा रहता है इक दर्द अब, अब दर्द भला इससे ज़्यादा क्या है..?? हर रोज़ करता है तू मुझे एक नया ज़ख्म अता फिर मरहम लेकर भी आता है, इरादा क्या है...? ©Narendra Barodiya #narendrabarodiya #writer #Shayar #Nojoto #nojotohindi