हर कामयाबी के पीछे एक बूढ़े पिता की जवानी होती है गिरवी होते हैं मां के बेहिसाब ख्वाब, ना जाने कितने बेशकीमती लम्हें मां-बाप की अधूरी ख्वाहिशों की ये कहानी होती है ©अपर्णा विजय #कामयाबी