रहा जो बढ़ के अपनों से हुआ देखो पराया है
लगे मुझको कि जैसे मुझ से रूठा मेरा साया है।
इरादा बेवफाई का नहीं हरगिज़ रहा मेरा
हुई है भूल मैंने राज़ जो उससे छुपाया है।
नहीं मालूम उसको भी नहीं मालूम मुझको भी
किसी ने फायदा अच्छा भरोसे का उठाया है। #OneSeason