मै क्या लिखूं ऐसा की तुम सीधा सीधा समझ जाओ हम पहाड़ियों को यू घूम फिर कर बाते करना नही आता हम मिलेंगे तो घूमेंगे फिरेंगे अक्सर सोचा करते है सब पहाड़ों मैं तो हर एक जगह सुकून है हम से ये भी सोचा नहीं जाता लोगो की ख्वाहिश होती है घूमे वो बड़े बड़े मॉल मैं हमको तो बस अपने पहाड़ों की पगडंडियों से प्यार है आओ कभी तुम पहाड़ के लिए समय निकाल कर यहा के सुकून को तुम्हारा इंतजार है मैं क्या नाम दूं तुमको मुझे कुछ समझ नहीं आता बस मेरी ये चंद पंक्तियां बताती है मैं पहाड़न तुम मुझ मैं बसा मेरा पहाड़ हो♥️😊 ©Ashtha Mahra Ashu #देवभूमि_उत्तराखंड