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किसी बिछड़े को उसके अपनो से मिला सकूँ, किसी भुखे

किसी बिछड़े को उसके अपनो से मिला सकूँ, 
किसी भुखे को भरपेट खाना खिला सकूँ, 
इतना तो काबिल बना देना ऐ उपरवाले, 
किसी गरीब को उसका हक दिला सकूँ।

©Ranjeet Kumar
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