#बुंदेली रचना# •••••••••••••••••••••••••••••••• वे लगवावें रामराज के नारे हैं, वोटर बैठे इतै भूख के मारे हैं। नेता एकइ थैली के चट्टे बट्टे, आज इनईं के तौ बस बारे न्यारे हैं। वोट काउखों भी दै दो पर का होनै, चोर-चोर मौसेरे भाई सारे हैं। बदल बदलकैं हमनें सबखों वोट दये, जो भी जीतौ बइनै नोट डकारे हैं। भूख गरीबी फुटपाथें हैं मजबूरी, आम आदमी हम किस्मत सै हारे हैं। जित्ते दिखें झकास अपन खौं ऊपर सै, भीतर वे उत्ते सै जादा कारे हैं। कर दैहैं हम दूर गरीबी जे कत्ते, जे भी नटवरलाल कौन से न्यारे हैं। #हरिओम श्रीवास्तव# #भोपाल, म.प्र.# ©Hariom Shrivastava #ChildrensDay