शशि तेरा मुख मंडल अमृत से भरा कमंडल आसमा की चुनरी का तू एक नगीना है तेरे बिना भी क्या जीना जीना है तेरे बिन होती गौर विभावरी अमावस को डरती है बावरी तम भरी डगर पर मेरा रोना आसमा पर सितारों का हंसना जब तू ना होता है तो यह सब होता है चकोर भी विरह की तपिश में रोता है शशि तेरा मुख मंडल अमृत से भरा कमंडल.. ©durga shankar ameta शशि तेरा मुख मंडल अमृत से भरा कमंडल #moonbeauty