अभिनंदन - पत्र उन्नति के पथ पर सदा, बनी रहें गतिमान। संस्कार उत्कृष्ट हो, सदा बाँटिए ज्ञान।। ईश कृपा हो आप पर, बनिए आप महान। सुख अनन्त हर पल मिले,पग पग पर सम्मान।। डीटीए में दो दशक , करती रहीं प्रकाश। इन्द्रागाँधी मैम जी, मिले मुक्त आकाश।। ज्ञान गंग को बहाकर, धोईं मन के मैल। बच्चों के मन में गई, ज्ञान कौमुदी फैल।। सभी रखेंगे आपका, याद कार्य व्यवहार। यह विद्यालय आपको , सकता नहीं बिसार।। सेवा से हो मुक्त अब, पूर्ण करें वह काम। जीवन की व्यस्तता में, जिनपर लगे विराम।। तन-मन-जीवन संतुलन, रख करिए हर काम। है अनन्त यह कामना , करें कृपा प्रभु राम।। कुछ दिन का सान्निध्य, हम सदा रखेंगे याद। हम सबको नित आपका, मिले शुभाशीर्वाद। डीटीए परिवार को, दिया आपने हर्ष। बच्चों के हित में किया, नित्य विचार-विमर्ष।। ✍️अरुण द्विवेदी "अनन्त" श्री अयोध्या धाम 9918140485 सादर समर्पित डीटीइए सीनियर सैकंडरी स्कूल मोतीबाग, नई दिल्ली ©कवि अरुण द्विवेदी अनन्त अभिनंदन - पत्र उन्नति के पथ पर सदा, बनी रहें गतिमान। संस्कार उत्कृष्ट हो, सदा बाँटिए ज्ञान।। ईश कृपा हो आप पर, बनिए आप महान। सुख अनन्त हर पल मिले,पग पग पर सम्मान।।