Nojoto: Largest Storytelling Platform

चाय से ज़्यादा उँगलियों को छुने की तलब रहती थी न

चाय से ज़्यादा 
 उँगलियों को
छुने की तलब
रहती थी
नज़र हमारी
तेरे प्याले पे 
कब रहती थी 
बहाना चाय का
और चुस्कियाँ
मुलाक़ातों की
आते थे गली
में  खिड़की तेरी
खुली जब रहती थी

©Dalip Kumar Deep
  #GingerTea चाय से ज़्यादा 😊💕💕💕💕✍🏿🌹🌹

#GingerTea चाय से ज़्यादा 😊💕💕💕💕✍🏿🌹🌹 #शायरी

180 Views