ज़िन्दगी में ख़ुशी का ठहराव होना चाहिए, हो न हो कुछ हृदय से लगाव होना चाहिए, दूरियाँ, मजबूरियाँ, हालात की लाचारियाँ, हर परिस्थिति में सहज बर्ताव होना चाहिए, हर कोई पहुँचे बुलंदी पर नहीं संभव यहाँ, हो सफल आगाज़ ऐसा भाव होना चाहिए, थोपने भर से नहीं मिलती सफलता लाज़िमी, जीत हो हासिल स्वयं का चाव होना चाहिए, आह से निकली हुई आवाज़ बन जाती गज़ल, दर्द हो पैदा जिग़र में घाव होना चाहिए, हर किसी के पास दौलत नहीं होती प्यार की, शर्त है इतनी सरल स्वभाव होना चाहिए, कुचलकर लहरों को दरिया पार करने के लिए, फक़त हर नाविक में गुंजन रुआब होना चाहिए, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #लगाव होना चाहिए#