ख्वाहिश-ए-दिल कि कुछ कर गुजर जाना है, अनजान रास्ते,मंजिल एक,बस उसे पाना हैं, अहले-ए-जहां में एक आसियाना सजाना हैं, इमरोज एक सफलता को अंजाम दे देना है। #अनजान_रास्ते,_मंज़िल_एक_team_alfaz #newchallenge There is new challenge of poem/2 line/4 line in whatsapp group (link in bio) Today's Topic is अनजान रास्ते, मंज़िल एक