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धीरे - धीरे बढ़ता हूं तेरे गर्व मे पलता हूं कितनी

धीरे - धीरे बढ़ता हूं
तेरे गर्व मे पलता हूं
कितनी पीड़ा तू सहती
कितनी पीड़ा मै सहता
तब मैं इस धरती पर आ पाता हूं
सुकून भरे दिन जीता हूं
मै मां - पापा की छाएं में
कितना खुबसूरत रिश्ता है
धरती पर मां - पापा का
इस रिश्ते से तुम ना होना अनजान
अपना फर्ज निभाना‌ तुम सुबह शाम

©Himshree verma
  #माँ #पापा #रिश्ते का #फर्ज