Nojoto: Largest Storytelling Platform

बाहर से ये खामोशी चेहरे पर खामोश देखती है, गर भीत

बाहर से ये खामोशी चेहरे पर खामोश देखती है,

गर भीतर ही भीतर मुझे खोखला कर रही है,

जानना चाहे कोई सबब इसका मुससे तो बता दूँ

ये आंधी  है भीतर की, जो आहिस्ता आहिस्ता ,

मुझे भीतर से बिखेर रही है...

©Pinki
  खामोशी
rahulrahul7008

Pinki

Bronze Star
New Creator
streak icon26

खामोशी #शायरी

577 Views