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Black झुलसता है बदन धूप की तपस में दहकता है भवन धू

Black झुलसता है बदन धूप की तपस में
दहकता है भवन धूप की तपस में।
तपन  से धूप  की रेत  तपती  गई,
डगर मुश्किल हुई धूप की तपस में।

©Godambari Negi
  #मुक्तक