Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब तू ही नहीं मुहल्लें में, त का रखा है ई हुल्लड़

जब तू ही नहीं मुहल्लें में, 
त का रखा है ई हुल्लड़-हल्लें में, 
कउन सा रंग, लगिहे कउन अंग, 
किसको ढूंढे हम दो तल्ले में,
आ, जब तू ही नहीं मुहल्लें में, 
त का रखा है ई हुल्लड़-हल्लें में।

लाल-हरा सब रंग मिलाईबे, 
भर अंगनवा खूब पियराई बे, 
कौन रंगिये हमके कल्ले में, 
फागुआ गुजरिये हाथ मल्ले में, 
आ, जब तू ही नहीं मुहल्लें में, 
त का रखा है ई हुल्लड़-हल्लें में। त का रखा है ई हुल्लड़-हल्लें में,
जब तू ही नहीं मुहल्लें में, 
त का रखा है ई हुल्लड़-हल्लें में, 
कउन सा रंग, लगिहे कउन अंग, 
किसको ढूंढे हम दो तल्ले में,
आ, जब तू ही नहीं मुहल्लें में, 
त का रखा है ई हुल्लड़-हल्लें में।

लाल-हरा सब रंग मिलाईबे, 
भर अंगनवा खूब पियराई बे, 
कौन रंगिये हमके कल्ले में, 
फागुआ गुजरिये हाथ मल्ले में, 
आ, जब तू ही नहीं मुहल्लें में, 
त का रखा है ई हुल्लड़-हल्लें में। त का रखा है ई हुल्लड़-हल्लें में,