लिखना कभी प्रेम के रंग में, रंग भरकर तुम सतरंगी हों आकाश में इंद्रधनुष और प्रेम बहुरंगी , हर ओर फैला हो एहसास जिसे कहते नही तुम , धड़कते अतरंगी धड़कते अतरंगी धड़कते अतरंगी.. #neerajwrites अतरंगी