थक गया था तेरे झूठे वादों से मैने अपनी हसी को अपने लबों में ही सी लिया.. मुझे पता है अब तू नहीं आयेगा मैने खुद को समझा लिया और घूट सबर का पी लिया... तूने सोचा होगा कि मैं मर जाऊंगा तेरे बिना लेकिन देख ढल चुकी है शाम और मैने तेरे बिना जिंदगी का एक दिन और जी लिया... ©Davinder Kumar Khichi जिंदगी का एक और दिन... #Goodevening