इक धुंधली सी तस्वीर आँखों में बसने लगी है, न जाने क्यों यह तनहाई अब डसने लगी है। मै सोता हूँ वह जाग जाती है, बन कर ख्वाब मुझे जगाती है। मेरी बेबसी पे अब वह हंसने लगी है, यह तनहाई अब मुझे डसने लगी है। ©Harvinder Ahuja #मेरीतन्हाई