प्रकृति की गोद में प्रकृति की गोद में बैठ गया है एक परिंदा थोड़ा भी नहीं हिलता डुलता जैसे मौन होकर ईश्वर से कर रहा मानवीय कामना हे ईश्वर अब संभाल लो धरती को ना होने दो निश्चल क्षमा मांग रहा अब सारा जग होकर जैसे शांत अविचल ©Deependra jha #Atmosphere #AdhureVakya