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वो हमारी पहली प्यारी सी मुलाक़ात कितनी अजीब थी ना द

वो हमारी पहली प्यारी सी मुलाक़ात
कितनी अजीब थी ना
दो अंजान अजनबी, हमारा रास्ता अलग
मगर,मंजिल एक थी
हमारे,ख्याल अलग
मगर,तालब एक थी
और उसी तालब ने हमे
उस लम्हे मै मिलबा दिया
और उसी दौरान हमारी बातें,मुलाक़ाते बढ़ने लगी
तुम मुझे जानने लगे,मैं तुम्हे जानने लगी
एक दूसरे को जानना
कब चाहत मै बदल गया
और चाहत ज़िन्दगी मैं
पता ही नहीं चला
हमारी मोहब्बत का सिलसिला चलता रहा
हमारी बातें लम्बी समय तक होती थी
और उस दौरान मैं तेरे नशे में दूब जाया करती थी
बस हमारी मोहब्बत मैं फर्क इतना था
की दुरी काफी थी
और हमारा दिदार मुकमअल नहीं हो पाता था
जो शायद लाज़मी  नहीं था
इतनी दुरी होने के बावजूद
हमारी मोहब्बत चलती रही
क्युकी मोहोब्बत तो दिल से आदा की जाती हैं
जिसमे दूरियां तो केबल बहाना है
जो तुम कभी नही बनाते थे
इसीलिए तो खास हो मेरे लिए
हमारी बाते के दौरान एक बात अक्सर हुआ करती थी
इस weekend के इस date को मिलना है हमे
मगर, खु़दा का करिश्मा तो देखिये
वो weekend कभी आता ही नहीं था
और हमारी दास्तन-ऐ-इश्क़ भी
एक call और chatting के सहारे चल रही थी
और मैं अक्सर तुम्हारे ख्वाब मैं खो जाया करती थी
तेरे स्प्रश से मानो सुकून सा मिल जाया करता था
और तेरा मुझे जलाने की आदत
कसम से यार बहुत गुस्सा आता था
खास कर वो तम्हारी kolkata बाली frnd पर
आता भी क्यू ना crush जो था उसका तुम पर
मगर, तुम्हे उस cute jealousy मैं भी प्यार दिख जाया करता था
और फिर वो दिन भी आ गया
हमारे ख्वाबों का सफ़र ख़त्म हुआ
और हमे एक दूसरे का दिदार अरसो बाद मुकम्मल हुआ
वो हमारी पहली प्यारी सी मुलाक़ात
कितनी अजीब थी ना
दो अंजान अजनबी, हमारा रास्ता अलग
मगर,मंजिल एक थी
हमारे,ख्याल अलग
मगर,तालब एक थी
और उसी तालब ने हमे
उस लम्हे मै मिलबा दिया
और उसी दौरान हमारी बातें,मुलाक़ाते बढ़ने लगी
तुम मुझे जानने लगे,मैं तुम्हे जानने लगी
एक दूसरे को जानना
कब चाहत मै बदल गया
और चाहत ज़िन्दगी मैं
पता ही नहीं चला
हमारी मोहब्बत का सिलसिला चलता रहा
हमारी बातें लम्बी समय तक होती थी
और उस दौरान मैं तेरे नशे में दूब जाया करती थी
बस हमारी मोहब्बत मैं फर्क इतना था
की दुरी काफी थी
और हमारा दिदार मुकमअल नहीं हो पाता था
जो शायद लाज़मी  नहीं था
इतनी दुरी होने के बावजूद
हमारी मोहब्बत चलती रही
क्युकी मोहोब्बत तो दिल से आदा की जाती हैं
जिसमे दूरियां तो केबल बहाना है
जो तुम कभी नही बनाते थे
इसीलिए तो खास हो मेरे लिए
हमारी बाते के दौरान एक बात अक्सर हुआ करती थी
इस weekend के इस date को मिलना है हमे
मगर, खु़दा का करिश्मा तो देखिये
वो weekend कभी आता ही नहीं था
और हमारी दास्तन-ऐ-इश्क़ भी
एक call और chatting के सहारे चल रही थी
और मैं अक्सर तुम्हारे ख्वाब मैं खो जाया करती थी
तेरे स्प्रश से मानो सुकून सा मिल जाया करता था
और तेरा मुझे जलाने की आदत
कसम से यार बहुत गुस्सा आता था
खास कर वो तम्हारी kolkata बाली frnd पर
आता भी क्यू ना crush जो था उसका तुम पर
मगर, तुम्हे उस cute jealousy मैं भी प्यार दिख जाया करता था
और फिर वो दिन भी आ गया
हमारे ख्वाबों का सफ़र ख़त्म हुआ
और हमे एक दूसरे का दिदार अरसो बाद मुकम्मल हुआ