ये कैसी मोहब्बत है जिस में महबूब का ही एहतराम नही

ये कैसी मोहब्बत है जिस में 
महबूब का ही एहतराम नहीं करते है लोग।
दावे तो इश्क़ के करते हैं और 
अपने ही इश्क़ की तौहीन करते हैं लोग।
फ़िर करते ही क्यूॅं है ऐसी मोहब्बत 
जैसे किसी पर कोइ एहसान करते हैं लोग।
दावे इश्क़ के करते हैं और 
इश्क़ में सब्र की अहमियत ही नहीं समझते हैं लोग।

#bas yunhi ek khayaal .......

©Sh@kila Niy@z
  #basekkhayaal #basyunhi 
#hurt 
#nojotohindi 
#Quotes 
#28July
play