मैं तड़पता हूं जिस तरह हर दिन
उससे कुछ देर बातें करने के लिए,
ऐसी तड़प उसको भी लगा सकता हूं
मुझसे कुछ देर बातें करने के लिए,
पर जब तक उसकी तड़प शुरू होगी
इतने दिनों में तो मैं जिंदा लाश हो जाऊंगा,
फिर वो चाहेगी भी मुझसे कुछ देर बातें करना तो कैसे करेगी,
आज सिर्फ तड़प रहा हूं मैं फिर तो एक ही जगह से दो दो लाशें उठेगीं, #poem#कविता#nojotohindi#hindi_poetry#5LinePoetry