हर घरवार सजा है माँ का दरवार सजा है देवी माँ की भक्ति में सारा संसार डूबा है मैं माँ पे बलिहारी जाऊँ मैया के गुण गाऊं मेरी माँ सबसे मैया निराली मोहनी सूरत लगे प्यारी कैसे ना मैया की दीवानी हो जाऊँ,मैया के गुण गाऊं मैं माँ पे बलिहारी जाऊँ मैया के गुण गाऊ माथे पर है मुकुट कानन में झुमका नयना कजरारे लाली का रंग गहरा मैं तो बिदिया की चमक पे लुट जाऊं मैया के गुण गाऊँ, मैं माँ पे बलिहारी जाऊँ मैया के गुण गाऊं मैया के दर्शन को भीड़ उमड़ी है देख भक्तन की कहीं मेरी मैया को नजर ना लग जाये किसी की मेरी मैया को मैं तो मैया को काला टीका लगाऊँ, मैं माँ पे बलिहारी जाऊँ मैया के गुण गाऊं भले ही माँ मारे बहुत सारे भयंकर असुर मुझे तो प्यारा है माँ का ममतामयी स्वरूप मैं तो माता के माँ रूप को ही गले लगाऊं मैया के गुण गाऊं, माँ पे बलिहारी जाऊँ माँ के गुण गाऊं ©Parul Sharma हर घरवार सजा है माँ का दरवार सजा है देवी माँ की भक्ति में सारा संसार डूबा है मैं माँ पे बलिहारी जाऊँ मैया के गुण गाऊं मेरी माँ सबसे मैया निराली मोहनी सूरत लगे प्यारी कैसे ना मैया की दीवानी हो जाऊँ,मैया के गुण गाऊं मैं माँ पे बलिहारी जाऊँ मैया के गुण गाऊं माथे पर है मुकुट कानन में झुमका नयना कजरारे लाली का रंग गहरा