खिदमत बहुत कर ली आपके इश्क की अब इश्क का बीमार बन गया हूं न जाने कब रिहाई मिलेगी इश्क में उनके हर गुनाह का हिस्सेदार बन गया हूं में # इश्क का बीमार बन गया हूं