इस मुस्कान के लिए कई दर्द छुपाने पड़ते है हर खुशी में चेहरे पर झूठी मुस्कान लानी पड़ती हैं। मन का दर्द मन ही जाने कोई हाल पूछे ,तो बनाने पड़ते बहाने कोई रो कर ,कोई लिख कर कोई गुस्सा करके ,कोई दोस्तों को बता कर कर लेते हैं थोड़ा मन को हल्का दर्द मन का हो भारी घर पर हो ही जाता तू- तू मै- मै थोड़ी दैर लगता , छोड़ जाऊं दुनिया फ़िर विचार आता कैसी रहेगी इनकी दुनियां रहता मौन कुछ देर , धेर्य बना फुनिया मैं ठहरा उन कुछ लोगों की यादों के झरोखे में ज़रा याद आते तो फिर अकेला रो जाता @पथ भुला परदेशी ©PREM JANGIR #पथ_भूला_परदेशी #yqdidi #दर्द_ए_दिल #अपनों #अपनी #MusicLove