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पथ भुला परदेशी

पथ भूला परदेशी

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पथ भुला परदेशी

#happyholi
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पथ भुला परदेशी

#mothernature
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पथ भुला परदेशी

#dharm

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पथ भुला परदेशी

कुछ खंडहर था उसके शहर में
प्रीत की आस निकल पड़ा

©पथ भुला परदेशी
  #Shajar
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पथ भुला परदेशी

अकेलापन है ए जिंदगी 
इस दौर मे
जहां हर किसी को
सरल समझना गुनाह है
वो जलील करने को वक्त पनाह हैं।

हम यूं ही उन्हें पवित्र मान  गुनाह कर देते है।
वो अच्छे बनने के नाटक कर लेते हैं।।

उनके नाटक को भी हम हकीकत माने जाते हैं
उनकी हर चाल को हम वास्तविक माने लेते हैं।।

आखिरकार क्यों न माने हम उनके नाटक को पवित्र
वरना उस में और मुझ में बस इतना ही हैं फ़र्क
की हम उनको अपनो के समान मानते
और वो हमे पागल बनाते।।

©पथ भुला परदेशी
  #alone
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पथ भुला परदेशी

ऐतिहासिक तथ्य
बालोतरा से 20 किमी दूर पिपलिया पर्वत से पश्चिम दिशा की ओर एक बुड़ीवाडा  गांव हैं ,इस गांव का नाम बुड़ीमाता नाम से चारण कुल की एक सती देवी के नाम पर पड़ा। कुछ पौराणिक एवं लोकमान्यता के अनुसार यहां पर एक बार भयंकर संकट आया था और उस समय यहां चारण कुल की देवी  ने रक्षा की थी। बुड़ीमाता का थान 400 मीटर दूर तालाब के तट पर स्थित है। यहां पर अक्षय तृतीया के दिन पूरे गांव के लोग अपने घर से जल और मीठा चूरमा लेकर आते हैं फिर देवी को भोग लगाते हैं,उस भोग को वापस घर नहीं ले जाते हैं

©पथ भुला परदेशी
  #पथ_भूला_परदेशी 
#माता
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पथ भुला परदेशी

#emotionalstory
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पथ भुला परदेशी

#Sadmusic
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पथ भुला परदेशी

सबके  दुलारे  वो आंखों  के  तारे ।
हम  सबके  प्रिय  भूपेंद्र सर  प्यारे ।।
मधुर, सौम्यता,सरल   बोली   उनकी
चहरे पे मुस्कान ,  आंखो से प्रेम झलकता 
फोटो है धमाल के खिंचे, खींची सा सतरंगी  ,
कालेवा के वो दुलारे ,इनकी कहानी न्यारी
जांगिड़ प्रेम लिखते कुछ शब्द कुछ वाणी प्यारी
हम सबके दुलारे भूपेंद्र सा सबके प्यारे।
इतवार है।  उनका आज,
मिलता नहीं ऐसा और काज
दोस्त है इनके स्वरूप सा
फ़ोटो की राहों में है आज
इतिहास की राहों में,फुल बिछाए और बताएं राज।
हम सबके प्यारे, इतिहास के किंग सरताज।।

©पथ भुला परदेशी
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पथ भुला परदेशी

तेरे नैन यौवन में न मिले होते।
तो खैर बूढ़ापे में भी तेरे घर के आगे घूम रहे होते ।

©पथ भुला परदेशी #Freedom
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