#OpenPoetry क्या लिखूं क्या लिखाऊँ कलम घिसाऊँ किसके लिए क्या सुनु, क्या सुनाऊँ , गीत गाऊँ , किसके लिए पेट नारो ने भर दिए है, आवाज़ उठाऊँ किसके लिए नौकरी पाऊँ या ना पाऊँ,अब दिल्ली जाऊँ किसके लिए © दिनेश शर्मा 08.08.2019, 05:00 AM #कलम #नौकरी #दिल्ली #नारा