Nojoto: Largest Storytelling Platform

पल्लव की डायरी बहाकर प्यार का दरिया,सकून मांगा था

पल्लव की डायरी
 बहाकर प्यार का दरिया,सकून मांगा था
दिलो को जरूरत थी,हाथ उसका थामा था
साथ चलने के लिये,सफर उम्रो का मांगा था
प्रेम की पुजारिन थी,चाहतो का मंदिर बनाया था
दर्जा भगवान का देकर, सांसो में बसाया था
नफरतों का दौर सहकर भी,समर्पण दिखाया था
पीकर हर गमो में भी  सिर्फ तुझे चाह था
मगर तेरी वेवफाई दिल तक खा रही है
हर आँसू में तेरी तस्वीर तड़पा रही है
तन मन से तेरी ही याद आ रही है
                                             प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"
  #तन मन से तेरी ही याद आ रही है
#nojotohindi

#तन मन से तेरी ही याद आ रही है #nojotohindi #कविता

10,444 Views