याद आइने आँख में चुभते थे बिस्तर से बदन कतराता था एक याद बासर करती थी मैं साँस नही ले पाता था मेरा सब कुछ उसके हाथ मे था मेरा हँसना भी मेरा रोना भी रोता था तो रात उजड जाती थी हसता था तो दिन बन जाता था *(shauray)*** फौजी दिल की बाते।,,,,