कैसी बिडम्बना ये कैसी मज़बूरी साथ हैं दोनों पर मिलों की दूरी "दास्तान ऐ मोहब्बत" इन की रह गयी अधूरी ऐ खुदा, अलग इन्हे करना, क्या था ज़रूरी? Full version...in caption सुप्रभात। श्रद्धा और विश्वास जैसे धरती और आकाश... #धरतीआकाश #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi एक थी धरती एक था आकाश मायूस जब होती धरती, हो जाता आकाश भी निराश,