मैं उन्हें खो दूँगा ऐसा महसूस कराते हैं वो, किसी और को ख़ास दिखा के हमें जलाते हैं वो। जो कभी चाहतों का समुंदर थे। अब बेवजह हमें आजमाते हैं वो। हमने पूछा जो हाल उनकी गुमशुदगी का, "कुछ नहीं" कह के टाल दिया करते हैं वो, हमें हमारी अहमियत दिखाते हैं वो, हमें रोज़ नज़रों से अपनी गिराते हैं वो। बातें तो होती हैं मगर कुछ खफ़ा खफ़ा से रहते हैं वो, बेख़ुदी में हर पल रुलाते हैं वो। हमने सोचा कि लौट आएंगे पहले की तरह वो, पर हर रोज़ और दूर जा रहे हैं वो, मैं उन्हें खो दूँगा ऐसा क्यों महसूस कराते हैं वो? ©Dear ma'am #Heart