"एक खत, वक्त के नाम /" ऐ वक़्त ! तुम रुकना नहीं , ऐसे ही साथ चलते रहना , वो जो कुछ लोग ताउम्र साथ चलने का बोले थे बड़ा पीछे रह गए हैं वो, मगर तुम न बेवफ़ा बनना बस यूँही हाथ थामे रखना, ऐ वक़्त, वक़्त के साथ न बदलना / यूँ मेरी चिंता करना छोड़ दो तुम