ये समुंद्र तू इतना गहरा क्यों है,ये आसमा तू इतना फैला क्यों है, ये जम्मी तू इतनी माशूम क्यों है,ये आग तू इतना जला क्यों है, येे इंसान तू इतना सहता क्यों है,ये देख खुदा चुप रहता क्यों है, और बहुत सी बातें है कहने के लिए, में कहु तो लोग कहे तेरी जुबा से खून बहता क्यों है #jubaa se khoon#