White ज़िन्दगी की मुस्सवदा का क्या ज़ाईज़ा लें अब हर कदम पर पत्थर ही पत्थर मिले है हमें..! सोचा दो पल तो सुकून का मयस्सर हो हमें भी बैठा दरख्त की छाँव में,हवाओं ने चराग बुझाना चाहा.! ©Shreyansh Gaurav #sad_quotes मुस्सेवदा - लिखित दस्तावेज ज़ाईज़ा - हिसाब