उसने नहीं मारा जूता किसी बुरे को न उसने दिया सम्मान किसी भले को जो बुरा हैँ बुरा ही रहा जो भला हैँ वो भला ही न उसने कभी निंदा की हैँ किसी बुरे की न उसने स्तुति ही की हैँ किसी भले की वो तो वैसा ही रहा जस का तस निरमोही निरपक्ष निरमोही निरपक्ष.......