खिलते मधुमास में कुछ सपने, कुछ उम्मीदें... कोई राह उस ओर ले जाती है जिस ओर अकेले चलने का जज़्बा है... हां... यह मधुमास खिल उठा फिर बनकर एक उजास... ©मनीष कुमार पाटीदार #flowers