शहर की जिंदगी चंद दीवारों के बीच, कैद है अपनी सांसें, खिड़की खोलो तो, नजर आती दूसरी दीवारें, उन दीवारों के भीतर भी, सिसक-सिसक कुछ टूट रहा.. ..कुछ यादें,कुछ बातें #lonelines #dard_e_dil