बचपन की अब जिंदगी वो कहां है, यही सोचकर रो रहा दिल यहां है। वो बरगद वो बच्चे वो छूना पकड़ना, वो दादी की प्यारी कहानी कहां है। वो होली की गुझिया पकौड़े समोसे, वो भंग की गोली रंगोली कहां है। वो बच्चों के चेहरों में प्यारा मुखौटा, वो बच्चों की प्यारी सी टोली कहां है। वो गिल्ली वो डंडा पतंगों का पंगा, वो जेबों में कंची वो गोली कहां है। हमें ग़म की दुनिया सताती लगी है, न जाने खुशी की तिजोरी कहां है। वो ज़िन्दगी कहाँ है... #वोज़िन्दगी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #मौर्यवंशी_मनीष_मन #ग़ज़ल_मन #365days365quotes