#अनमोल_क्षण ड्यौढ़ी नैहर कदम रखी,याद बचपन को किया। जिंदगी कुछ पल चुराकर,मस्त बचपन फिर जिया संग साथी,खेल बचपन , ढेर मां की याद भी- स्नेह छलका पितु नयन जो , रिक्तता सब भर दिया। छलकते नैन प्रेम अंशु , मधु मुस्कान के संग। पिता में मां की भी झलक,देखी रह गई दंग। प्यारे से इस हर पल को, करी हृदय में कैद। जीवन भर मैं सनी रहूं। , नैहर के इस रंग। ©veena khandelwal #FathersDay2021