घर,घर नहीं रहे अब मकान बन गया है शहर अब शहर नहीं रहा श्मशान बन गया है। पहले घर मे परिवारों संग खुशियाँ मनाते थे अब मकान में केवल रिश्तेदारी निभाते हैं, पहले घर परिवारों के संगत से बनती थी अब मकानों में केवल औपचारिक निभाते हैं, 'मधुकर' जान पहचान भी अंजान बन गया है घर,घर नहीं रहे अब मकान बन गया हैं । घर अब घर नहीं रहे। #घरनहींरहे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #anil_madhukar