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हरेक इंसान भी यही और इंसानियत भी यहीं ,हो जाती है

हरेक इंसान भी यही और इंसानियत भी यहीं
,हो जाती है जाहिर हैवान की हैवानगी भी यहीं//१

होकर शादमा मिरी जान मुझसे मिल तो सही,के
घुटकर मर जाती है सात पर्दों में दीवानगी भी यहीं//२

तमाम तसव्वुर को करके तर्क,तिरी याद को 
दिल में लिए,तभी तो छाई है सूरत पे बेचारगी भी यही//३

हाय रह गई आईने में अक्स की हकीकत भी धरी,
के अक्सर छोड़ जाती है पेशानी पर हैरानगी भी यहीं//४

ऐ दुन्यावी खल्क जरा सलीके से पेश आ,के तुझे
 देखनी है जन्नत और जहन्नुम की कुशादगी भी यही//५

"शमा"यूंतो इंसानियत के मरहले दुश्वार ही गुजरे़,
मगर वो तो गुजार रहे है आवारगी भी यही//६
#shamawritesBebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
  #sadak हरेक इंसान भी यही और  इंसानियत भी यहीं,हो जाती है जाहिर हैवान की हैवानगी भी यहीं//१

होकर शादमा मिरी जान मुझसे मिल तो सही,के
घुटकर मर जाती है सात पर्दों में दीवानगी भी यहीं//२

तमाम तसव्वुर को करके तर्क,तिरी याद को दिल में लिए,तभी तो छाई है सूरत पे बेचारगी भी यही//३

हाय रह गई आईने में अक्स की हकीकत भी धरी,के अक्सर छोड़ जाती है पेशानी पर हैरानगी भी यहीं//४

#sadak हरेक इंसान भी यही और इंसानियत भी यहीं,हो जाती है जाहिर हैवान की हैवानगी भी यहीं//१ होकर शादमा मिरी जान मुझसे मिल तो सही,के घुटकर मर जाती है सात पर्दों में दीवानगी भी यहीं//२ तमाम तसव्वुर को करके तर्क,तिरी याद को दिल में लिए,तभी तो छाई है सूरत पे बेचारगी भी यही//३ हाय रह गई आईने में अक्स की हकीकत भी धरी,के अक्सर छोड़ जाती है पेशानी पर हैरानगी भी यहीं//४ #writersofindia #nojotohindi #poetsofindia #NojotoFilm #poetrycorner #nojotocreator #shamawritesBebaak

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